National Parks in Jharkhand-झारखंड में स्थित नेशनल पार्क की जानकारी

National Parks in Jharkhand-झारखंड में स्थित नेशनल पार्क की जानकारी
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National Parks in Jharkhand in Hindi-

यदि आप एक खूबसूरत वन्य जीवन को देखने की तलाश कर रहे हैं, तो झारखंड आपके यह बहुत अच्छा विकल्प है। यह भारतीय राज्य काफी सारे राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों का घर है, जो विदेशी जानवरों और पक्षियों से भरे हुए हैं। यदि आप इन प्राकृतिक रूप से खूबसूरत, वन्य जीव से भरपूर जगह के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो हम आपके लिए विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं। हम झारखंड के राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों के लिए आपको गाइड देंगे।

Rashtriya Udyan in Jharkhand-

1. Betla National Park/ बेतला राष्ट्रीय उद्यान

यह राष्ट्रीय उद्यान झारखंड के दक्षिण-पूर्वी भाग पलामू में है, और 231.67 वर्ग km से भी ज्यादा जगह में फैला हुआ है। यह अलग-अलग प्रकार के बहुत सारे जानवरों का घर है, जिनमें बाघ, गौर, हिरण और हाथी शामिल हैं। पार्क में एक बड़ी पक्षी आबादी भी है, जिसमें 300 से अधिक काफी सारी प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया है।

पार्क के जंगलों में वनस्पति की एक बहुत बड़ी श्रंखला है जिसमें कई औषधी वाले पौधों के साथ विशेष रूप से बांस शामिल हैं। उत्तरी कोयल नदी और उसकी सहायक नदियाँ पार्क के उत्तरी भाग से होकर बहती हैं, जिससे हरे और घने घास के मैदान बनते हैं।

शिकारियों में भालू और पैंथर हैं, और भेड़िया, सियार और लकड़बग्घा शामिल हैं। इसके अलावा जानवरों में गौर और चीतल के बड़े झुंड, लंगूरों के बड़े परिवार, रीसस बंदर, भारतीय विशाल गिलहरी, माउस हिरण, सांभर हिरण, चार सींग वाले मृग, नीलगाय, काकर, छोटे भारतीय सिवेट, चींटी खाने वाले पैंगोलिन, साही और नेवले हैं। पार्क में रहने वाले सफेद बाघों को चिड़ियाघर ले जाया गया है।

पक्षियों में हॉर्नबिल, पीफॉवल, रेड जंगल फाउल, ब्लैक पार्ट्रिज, व्हाइट-नेक्ड स्टॉर्क, ब्लैक आइबिस, स्वैम्प ग्रे, बटेर, पाइड हॉर्नबिल, वैगटेल, हरियल, डोव, ड्रोंगो, क्रेस्टेड स्नेक-ईगल, फॉरेस्ट उल्लू, पपीहा हैं। पक्षी आमतौर पर सूखे पर्णपाती जंगलों में पाए जाते हैं। कमलदह झील पानी के पक्षियों की कई प्रजातिया बहुत सुंदर है, जिनमें आम सीटी, कपास चैती, घुंडी-बिल्ड बतख, स्निप और गीज़ आते हैं।

पता-  पोखरिया राजदेरवा रोड, पोखरिया, झारखंड 825411

2. Hazaribagh Sanctuary/ हजारीबाग अभ्यारण

यह अभयारण्य झारखंड के उत्तर-पूर्वी भाग हजारीबाग में है और लगभग 186.25 वर्ग km की जगह में फैला है। यह अलग-अलग प्रकार के काफी सारे जानवरों का घर है, जिनमें पैंथर, जंगली सूअर और लकड़बग्घा आते हैं। पार्क में एक बड़ी पक्षीयो की आबादी भी है, जिसमें 200 से अधिक प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया है।

सांभर, नीलगाय, चीतल, मोर, आलसी भालू, काले भालू, लकड़बग्घे और कबूतरों का सुरक्षित घर है। पहले यह बाघ, तेंदुए और कई सारे जानवरों का घर था लेकिन अब शायद ही कभी नीलगाय और लकड़बग्घे के अलावा अन्य जानवर देखे जाते हैं। कहां जाता है कि उस समय के राष्ट्रीय उद्यान कहे जाने वाले इस राष्ट्रीय उद्यान में कई विदेशी भी आते थे, लेकिन सरकार द्वारा देखरेख ना करने से यह सिर्फ एक जंगल बन कर रह गया है। अब बहुत कम पर्यटक देखे जा सकते हैं। पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाने वाला हजारीबाग अब अपना खिताब खोता जा रहा है।

पता-  पोखरिया राजदेरवा रोड, पोखरिया, झारखंड 825411

3. Mahuadanr Wolf Sanctuary/ महुआदानर भेड़िया अभयारण्य

यह अभ्यारण्य झारखंड के उत्तर-पश्चिमी भाग पलामू में है और लगभग 63.25 वर्ग km की जगह में फैला हुआ है। यह अलग-अलग प्रकार के काफी सारे जानवरों का घर है, जिनमें भेड़िया, चित्तीदार हिरण और जंगली सूअर शामिल हैं। पार्क में एक बड़ी पक्षी आबादी भी है, जिसमें 150 से अधिक अलग -अलग  प्रजातियां रिकॉर्ड की गई हैं। यह बेतला राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा है। भारतीय भेड़ियों के संरक्षण के लिए 1976 में इसे वन्यजीव अभ्यारण्य के रूप में घोषित किया गया था। यह देश का एक ही भेड़िया अभयारण्य है।

पता- पोखरिया राजदेरवा रोड, पोखरिया, झारखंड 825411

4. Palamau Tiger Reserve/ पलामू टाइगर रिजर्व

यह बाघ अभयारण्य झारखंड के उत्तर-पश्चिमी भाग पलामू में है और लगभग 794.33 वर्ग km की जगह में फैला है। यह हाथियों और गौर सांभर सहित अलग-अलग प्रकार के काफी सारे जानवरों का घर है। पार्क में एक बड़ी पक्षी आबादी भी है, जिसमें 250 से अधिक बहुत सी प्रजातियां रिकॉर्ड की गई हैं। इस राज्य में एक यह बेतला राष्ट्रीय उद्यान और पलामू वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है।

बाघों की आबादी बहुत ज्यादा मुश्किल मैं है और 1990 के बाद से बढ़ी नक्सली गतिविधियों की वजह से उनकी गिनती करना खास तौर से कठिन हो गया है। बाघों और हाथियों के अलावा, तेंदुए, गौर, सांभर और जंगली कुत्ते अभ्यारण्य में रहते हैं। रिजर्व में पक्षियों की 140 से अधिक प्रजातियां (मोर सहित) यहां देखी गई हैं।

पता- गारू रोड, गारू, झारखंड 834006

5. Koderma Sanctuary / कोडरमा अभयारण्य

यह अभयारण्य झारखंड के उत्तर-पश्चिमी भाग कोडरमा में है और लगभग 177.95 वर्ग km की जगह में फैला हुआ है। यह सांभर, तेंदुआ, बार्किंग हिरण और ब्लू बुल सहित काफी सारे जानवरों का घर है। पार्क में एक बड़ी पक्षी आबादी भी है, जिसमें 100 से अधिक बहुत सी प्रजातियों को रिकॉर्ड किया गया है।

“कोडरमा जिले के वन को वन्य जीवन अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया है और यह वन्य जीवन हजारीबाग के प्रशासनिक नियंत्रण में है”। जंगलों में प्रमुख पेड़ हैं: साल, बीजा, गम्हार, खैर, पलाश, सलाई, सेमल, बैर, अर्जुन, करम, सिरिस, काज, केंड, महुलन, महुआ, करंज, रत्ती आदि।

कोडरमा वन्यजीव अभ्यारण्य में सूखे पर्णपाती जंगलों की पहाड़ी श्रृंखलाएं हैं और इसमें बहुत सारे नाले हैं। वन्य जीवन में बाघ, तेंदुआ, सुस्त भालू, सांभर, चीतल, बार्किंग हिरण, नीलगाय, जंगली सूअर, विशाल गिलहरी, सियार, लोमड़ी, लकड़बग्घा, लंगूर, साही आदि शामिल हैं। विभिन्न प्रकार के पक्षी और रेप्टाइल प्रजातिया  यहा पाए जाते है। द्वादधारी पहाड़, मेघातारी और ताराघाटी में वॉच टावर हैं।

मेघातारी में रहने के लिए जगह भी है जहा पर सभी सुविधाएं हैं। जानवरों का दिखना थोड़ा मुश्किल स रहता है और कोडरमा वन्यजीव अभयारण्य कोई जीव जंतु का उद्यान नहीं है। यह एक पिकनिक कोर्ट की तरफ से है।

पता- रांची – पटना Rd, हाइवे, सितवा जूनरोर्मिन, झारखंड 825410


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Piyush Kumar

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