National Parks in Himachal Pradesh- हिमाचल प्रदेश में स्थित नेशनल पार्क की जानकारी
Rashtriya Udyan in Himachal Pradesh-
हिमाचल प्रदेश हिमालय में बसा है। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर घने जंगलों वाली घाटियाँ, बर्फ से ढके पहाड़, और तेज़ नदियाँ कई वन्यजीवों के लिए सबसे अच्छा प्राकृतिक माहौल बनाती हैं। हिमाचल प्रदेश के कुछ लुप्त होने वाले और कई प्रजातियों के जानवर, रेप्टाइल्स और पक्षियों की मुश्किल से मिलने वाली प्रवासी प्रजातियां पाई जाती हैं।
प्राकृतिक वनस्पति अनोखी वनस्पतिया होती है जिनमें से कई औषधि वाले पौधे है। प्रकृति के इन अजूबों को हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय उद्यानों में सुरक्षित किया है। यदि आप कभी हिमालय में इस स्वर्ग की यात्रा करते हैं, तो आप इस भारतीय राज्य की असल में सुंदरता और जीव जंतु की समृद्धि को देखने के लिए इन राष्ट्रीय उद्यानों का भी पता लगाएं।
Himachal Pradesh National Parks in Hindi-
1. Great Himalayan National Park/ ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश के सबसे खास राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। कुल्लू जिले के बंजार उप-मंडल में बंसा , ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश में कुदरत का हमें दिया एक खूबसूरत तोहफा है। 1984 में स्थापित, GHNP को एक राष्ट्रीय उद्यान 1999 में घोषित किया गया था। सुदूर पश्चिमी हिमालय में , यह राष्ट्रीय उद्यान हिमालयी क्षेत्र में वन्यजीव के अलग-अलग बहुत सारे प्रजातियां देखने को मिलेगी।
2014 में, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क को सभी जीवों के संरक्षण के लिए अपने खास योगदान के लिए यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है। यहाँ लगभग 10,000 पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें औषधी वाली जड़ी-बूटियाँ भी शामिल हैं। राष्ट्रीय उद्यान 31 मैमल्स पाई जाने वाली प्रजातियाँ ग्रेटर ब्लू शीप, इंडियन पिका, रीसस बंदर, हिमालयन काला भालू, हिमालयन भूरा भालू, लाल लोमड़ी, नेवला, रूफस-गॉर्ज्ड फ्लाईकैचर, प्लम-हेडेड पैराकेट, ब्लैक-चिन्ड बैबलर, क्रिमसन सनबर्ड और ग्रे हैं। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
पता- वन कार्यालय रोड, शमशी, हिमाचल प्रदेश 175126
2. Pin Valley National Park / पिन वैली नेशनल पार्क
लाहौल और स्पीति जिले में, पिन वैली नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश राज्य में एक बेहद खूबसूरत पहाड़ी दृश्य है। पार्क जो तिब्बती सीमा के करीब धनकर गोम्पा की ओर फैला हुआ है, भारत द्वारा 9 जनवरी 1987 को इसे स्थापित किया गया था। पिन वैली नेशनल पार्क हिमालय के कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व के अंदर आता है और डोगरी के पास लगभग 3,500 मीटर से लेकर 6,000 मीटर की ऊंचाई पर है।
हिम तेंदुआ और साइबेरियन आइबेक्स सहित अलग-अलग लुप्त होने की कगार पर प्रजातियां बर्फ से ढके और खाली रहने वाली जगह पर उच्च ऊंचाई में अपने प्राकृतिक आवास का पता लगाती हैं। ऊंचाई होने की वजह से यह पेड़ पौधों के विकास को कम करती है जो अल्पाइन पेड़ों और हिमालयी देवदार के पेड़ पाए जाते है। इस जगह में औषधी वाली लगभग 22 दुर्लभ और लुप्त होने वाले पौधों की प्रजातियों की भी पहचान की गई है। पिन वैली नेशनल पार्क में गर्मियों के दौरान पक्षियों की कुछ बहुत कम दिखने वाली प्रजातियां भी देखने को मिलती हैं। पिन वैली राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश का दूसरा सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यान है। यहाँ पाई जाने वाली प्रजातियाँ, स्नो लेपर्ड, साइबेरियन आइबेक्स, हिमालयन स्नोकॉक, चुकर पार्ट्रिज, स्नो पार्ट्रिज और स्नोफिंच हैं।
पता- काजा, घाटी, हिमाचल प्रदेश 172117
3. Inderkilla National Park/ इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान
हिमाचल प्रदेश में इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 2010 में हुई थी। यह 104 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। राष्ट्रीय उद्यान कुल्लू जिले में है और कुल्लू मनाली हवाई अड्डे से 46.1 km दूर है। हिमालयी क्षेत्र में, इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान वनस्पतियों और जीवों की काफी सारी प्रजातियो को संरक्षित करता है।
हिमाचल प्रदेश में इन राष्ट्रीय उद्यानों के घने जंगल और पहाड़ी इलाके कई लुप्त होने वाले पौधों, जानवरों, पक्षियों और कीट प्रजातियों का घर हैं। इंदरकिला राष्ट्रीय उद्यान से आपको इन जानवरों को उनके प्राकृतिक वातावरण में देखने का अवसर देगी। आपको ऐसे पौधे भी मिलेंगे जिनका औषधी के रूप में इस्तेमाल होता है। यह हिमाचल प्रदेश में सबसे कम खोजे गए राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
पता- कुल्लू, हिमाचल प्रदेश 175140
4. Khirganga National Park / खिरगंगा राष्ट्रीय उद्यान
खिरगंगा राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कुल्लू मनाली हवाई अड्डे से 50.5 km दूर है। राष्ट्रीय उद्यान लगभग 5,500 मीटर की ऊंचाई पर है और पार्वती वाटरशेड के लगभग 710 वर्ग km की जगह में फैला हुआ है। खिरगंगा राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 2010 में शुरू किया गया था । हिमाचल प्रदेश में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक होने के नाते आप यहा आना जरूर पसंद करेंगे।
पार्क ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के उत्तर में है । यह कई प्रकार के अलग-अलग जीव-जंतुओं की रक्षा करता है। आप इस राष्ट्रीय उद्यान में आने को अपने खीरगंगा ट्रेक के साथ जोड़ सकते हैं। इस जगह पर आने का सबसे अच्छा समय या तो अप्रैल से जून या सितंबर से नवंबर के बीच है। अक्टूबर एक ऐसा महीना है जिसमें सुहावना मौसम होता है और ज्यादा भीड़ नहीं दिखती है। यहां जंगली भालू जैसी प्रजातियां पाई जाती हैं। यह हिमाचल प्रदेश के सबसे अधिक देखे जाने वाले राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
पता- कुल्लू, हिमाचल प्रदेश 175134
5. Simbalbara National Park/ सिम्बलबारा राष्ट्रीय उद्यान
सिरमौर जिले की पांवटा घाटी में, सिम्बलबारा राष्ट्रीय उद्यान हिमाचल प्रदेश में जानवरों के लिए सुरक्षित किया गया क्षेत्र है। इस राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1958 में सिम्बलबारा वन्यजीव अभयारण्य के रूप में की गई थी, जो 19.03 वर्ग km की जगह को कवर करता है। 2010 में, इसमे 8.88 वर्ग km की जगह को मिलाकर एक राष्ट्रीय उद्यान में बदल दिया गया था। सिंबलबारा राष्ट्रीय उद्यान अब 27.88 वर्ग km में फैला हुआ है।
हिमाचल प्रदेश यात्रा और पर्यटन विभाग ने पार्क को उसके प्राकृतिक रूप में ही संरक्षित किया गया है। सिंबलबारा राष्ट्रीय उद्यान में घास के नीचे घने “साल” के जंगल हैं। हिमाचल प्रदेश में इन राष्ट्रीय उद्यानों की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और नवंबर के महीनों में है। आप आस-पास के जंगली इलाके में चलने वाली पगडंडियों का भी पूरा मज़ा ले सकते हैं। गोरल, सांभर, चित्तीदार हिरण, चीतल, हिमालयी काला भालू, हनुमान लंगूर, भारतीय मंटजैक जैसी प्रजातियां यहां पाई जाती हैं।
पता- राज्य राजमार्ग 6A, धौला कुआँ, हिमाचल प्रदेश 173021